ITI वेल्डर ट्रेड की पूरी जानकारी
फायदे, जॉब,सैलरी
Hello दोस्तों मेरे पहले वाले ब्लॉग से आपको यह क्लियर हो गया होगा कि ITI(Industrial Training Institute)औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान क्या है?ITI का मुख्य उद्देश्य ही बच्चो को आत्मनिर्भर बनाना होता है।आज इस ब्लॉग में वेल्डर ट्रेड के फायदे ,जॉब, सैलरी आदि के बारे में सारी जानकारी प्राप्त करेंगे।
जो भी छात्र वेल्डर ट्रेड से ITI करना चाहते है उनको यह ब्लॉग जरूर पढ़ना चाहिए।
इस ब्लॉग में हम निम्न बारे में जानेंगे।
1- वेल्डर किसे कहते है?
2- प्रशिक्षण अवधि, फ़ीस,योग्यता3-प्रवेश प्रकिया
4- पाठ्यक्रम
5 - सर्टिफिकेट(NCVT/SCVT)
6 -क्या सिखाया जाता है?
7 - उच्च डिग्री(हायर कोर्सस)
8 - अप्रेंटिसशिप
9 - नौकरी(प्राइवेट/सरकारी)
10 - विदेश में जॉब
11 - स्वरोजगार
वेल्डर किसे कहते है?
वह व्यक्ति जो लोहा ,इस्पात, स्टील जैसे धातुओं के दोपार्ट्स को आपस मे जोड़ता है उसे हम वेल्डर कहते है।
आजकल हर औधोगिक क्षेत्रो,कंपनियो, बड़े बड़े इंडस्ट्रियल संबंधित प्रोजेक्ट्स ,लोहे या अन्य धातुओ से ही तैयार हो रहे है तथा हमारे आस पास भी बहुत ऐसे वस्तु होते है जो किसी न किसी धातु से ही तैयार की गई होती है तथा इनको बनाने का कार्य वेल्डर ही करता है।
इस प्रकार आज के समय वेल्डर का डिमांड हर क्षेत्र में काफी बढ़ गया है ।
प्रशिक्षण अवधि, फायदे , योग्यता
ITI के हर ट्रेड में प्रशिक्षण की अवधि 6 महीने से लेकर 2 साल तक अलग - अलग होती है ।अगर वेल्डर ट्रेड की बात करे तो इस ट्रेड में प्रशिक्षण की अवधि 1 साल की होती है जिसमे आपको वेल्डिंग के सम्बधित काफी जानकारी मिलती है ।अगर आप सरकारी ITI से वेल्डर डिप्लोमा कर रहे है तो 3000 से 4000 रुपये तक फ़ीस लग सकता है।
वही अगर आप किसी प्राइवेट ITI से कर रहे हैं तो आपका 30000 रुपये तक भी लग सकता है।
सरकारी और प्राइवेट दोनो में स्कॉलरशिप भी मिलता है। प्राइवेट और सरकारी ITI में बस फीस का अंतर होता है बाकी दोनो की वैल्यू समान होता है।
वेल्डर ट्रेड में एडमिशन प्राप्त करने के लिए न्यूनतम 8 वी पास होना जरूरी है। आप 10 वी के बाद भी वेल्डर ट्रेड में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं।
जो छात्र आगे की पढाई करने में सक्षम नही है वह वेल्डर से ITI करके भी अपना एक अच्छा कैरियर बना सकता है।
प्रवेश प्रकिया,आयु सीमा
बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट के बाद ही ITI का फॉर्म जुलाई महीने में निकलता है जो ऑनलाइन होता है इसके लिए किसी साइबर कैफे से ऑनलाइन करा सकते है।अगर किसी प्राइवेट ITI में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आप उस संस्थान में जाकर डायरेक्ट भी एडमिशन ले सकते है । प्राइवेट ITI में फीस ,सरकारी ITI के मुकाबले ज्यादा लगता है लेकिन दोनों की मान्यता बराबर होती है।
ITI में एडमिशन लेने के लिए न्यूनतम उम्र 14 वर्ष तथा अधिकतम 40 वर्ष होनी चाहिए।अतः इसके बीच मे आप कभी भी ITI कर सकते है।
ITI वेल्डर ट्रेड का पाठ्यक्रम
वेल्डर ट्रेड में आपको पांच किताब पढ़ने को मिलता है1- वेल्डर थ्योरी
2- वेल्डर प्रैक्टिकल
3- वर्कशॉप कैलकुलेशन एंड साइंस
4-इंजीनियरिंग ड्राइंग
5- एम्प्लॉयबिलिटी स्किल
सर्टिफिकेट NCVT/SCVT)
ITI के किसी भी ट्रेड में आपको दो प्रकार का सर्टिफिकेट देखने को मिलता है एक NCVT(नेशनल कॉउन्सिल ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग) ,और दूसरा SCVT(स्टेट कॉउन्सिल ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग)दोस्तो दोनो सर्टिफिकेट में कुछ अंतर होता है जैसे कि NCVT सर्टिफिकेट पूरे इंडिया लेवेल का होता है
इस सर्टिफिकेट में माध्यम से आप इंडिया लेवेल का फॉर्म आवेदन कर सकते है जबकि SCVT सर्टिफिकेट राज्य लेवेल का होता है इस सर्टिफिकेट के माध्यम से आप राज्य लेवल का ही फॉर्म आवेदन कर सकते है। लेकिन कभी कभी किसी सरकारी आवेदन में NCVT और SCVT सर्टिफिकेट दोनो से आवेदन करने का मौका मिलता है।
NCVT सर्टिफिकेट की वैल्यू ज्यादा होता है। हमे NCVT सर्टिफिकेट को ही प्राथमिकता देनी चाहिए।अगर NCVT ना मिले तो ही SCVT में एडमिशन लेनी चाहिए।
अतः एडमिशन लेने से पहले ही उस ITI के बारे में अच्छे से पता कर लेना चाहिए।
वेल्डर ट्रेड में क्या सिखाया
जाता है।
किसी भी ट्रेड से iti करने से पहले हमें यह जानना आवश्यक होता है कि उस ट्रेड में हमे क्या सिखाया जाता है और किस तरह का प्रैक्टिकल कार्य होता है। अगर उसमे रुचि हो तभी एडमिशन लेना चाहिए नही तो बाद में समस्या हो सकती है।
अगर बात करे वेल्डर ट्रेड में तो इसमें निम्न के बारे में बताया जाता है-
1- वेल्डिंग ट्रेड में सुरक्षा उपकरणों का परिचय तथा उसके प्रयोग के बारे में बताया जाता है
2- विभिन्न धातुओं के ऊपर मार्किंग और पंचिंग करना बताया जाता है।3- गैस रेगुलेटर और उसके प्रकार के बारे में जानकारी दिया जाता है।
4- DC और AC मशीनों के लाभ और हानि के बारे में बताया जाता है।
5- वेल्डिंग के प्रकार के बारे में प्रैक्टिकली बताया जाता है ।
6- ऑक्सि एसिटिलीन के बारे में बताया जाता है।
7-मेटल आर्क वेल्डिंग और कटिंग के बारे में बताया जाता है।
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ITI इलेक्ट्रीशियन के फायदे, जॉब
उच्च डिग्री
ITI करने के बाद आप किसी कंपनी में Technician बन जाते है ।लेकिन अगर आप अपना योग्यता और बढ़ाना चाहते हैं और एक अच्छे पोस्ट पर जॉब करना चाहते हैं तो आप पॉलीटेक्निक डिप्लोमा के मैकेनिकल ट्रेड में अपना एडमिशन ले सकते हैं।पॉलीटेक्निक डिप्लोमा करने के बाद आप एक जूनियर इंजीनियर बनने योग्य हो जाते है।
इसके बाद भी आप आगे पढ़ाई जारी रखते हुए इंजिनीरिंग में स्नातक(B. Tech.) भी कर सकते है।
अप्रेंटिसशिप
अगर आप ITI के बाद प्राइवेट जॉब करना चाहते है तो अप्रेंटिसशिप करना आवश्यक होता है ।अप्रेंटिसशिप एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसके माध्यम से ITI वाले बच्चों के अंदर काम करने का एक स्किल डेवलोपमेन्ट होता है।और उसका सर्टिफिकेट मिलता है जिसका डिमांड प्राइवेट और सरकारी दोनो सेक्टर में होता है।
अप्रेंटिसशिप एक साल का कोर्स होता है जिसमे आपको अपने ट्रेड से सम्बंधित सारी जानकारी दी जाती है जिसके माध्यम से आप अपने ट्रेड में एक्सपर्ट हो जाते है ।
अप्रेंटिसशिप के दौरान आपको स्टेपिंड के रूप में 8000 से 10000 रुपए तक महीना मिलता है।
भारत सरकार की नवरत्न और महारत्न कंपनिया जैसे NTPC, ONGC,SAIL,BHEL,IOCL,GAIL
IOCL,BPCL ,NALCO आदि से अप्रेंटिसशिप कर सकते है। इसके अलावा इंडियन रेलवे, इंडियन ऑयल जैसे बहुत सारी कंपनिया है जो ITI वेल्डर वालो के लिए अप्रेंटिसशिप करने का मौका देती है।
सरकारी नौकरी
वैसे अगर आप ITI वेल्डर ट्रेड से किये है तो आपके लिए जॉब की कमी नही है बस इसके लिए आपको हमेशा अपडेट रहना पड़ेगा।अगर आप सरकारी नौकरी करना पसंद करते है तो
वेल्डर ट्रेड के लिए समय समय पर इंडियन रेलवे, इंडियन ऑयल ,ISRO(Indian Space Research Organization) जैसे कई सेक्टर में वैकेंसी निकलती
रहती है उसमें आप सरकारी नौकरी कर सकते है।
प्राइवेट नौकरी
आपका ITI वेल्डर ट्रेड से कम्पलीट हो गया है और जॉब करना चाहते है तो आपके लिए प्राइवेट जॉब की कोई कमी नही है ।1-आप अपने आस पास किसी भी बड़े वेल्डिंग की दुकान में जॉब कर सकते है ।इस तरह की दुकान अधिकतर देखने को मिल जाता है ।
2- आप किसी कंपनी में वेल्डर संबंधित मैंटेनेंस का कार्य कर सकते हैं।
3-जब नई इंडस्ट्री का निर्माण होता है तो वहां वेल्डर की काफी जरूरत होती है वहा आप एक वेल्डर की जॉब कर सकते हैं।
4- वेल्डिंग मशीन ऑपरेटर का कार्य कर सकते हैं।
5- आप बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन और ऑटोमोटिव सेक्टर में भी जॉब कर सकते है।
6- शिपयार्ड में जॉब कर सकते हैं।
इसके अलावा भी आप कई क्षेत्रों में एक वेल्डर
का जॉब कर सकते हैं।
विदेश में नौकरी
आजकल हर जगह चाहे भारत हो या विदेश एक इंडस्ट्री को तैयार करने के लिए वेल्डर का विशेष योगदान रहता है इसलिए विदेश में भी ITI वेल्डर ट्रेड की काफी डिमांड है।अगर आप विदेश में जॉब करना चाहते हैं तो आसानी से जॉब पा सकते है तथा सैलरी भी अच्छी मिलती है। अगर आपके पास 3 से 4 वर्ष अपने क एक्सपेरिएंस है तो आपको आसानी से 60 से 70 हजार तक सैलरी मिल सकता है।
ITI वेल्डर के बाद बिज़नेस कैसे करें
स्वरोजगार की दृष्टि से देखे तो वेल्डर ट्रेड भी काफी अच्छा है इस ट्रेड की कम्पलीट करने के बाद आप अपना खुद का बिज़नेस शुरू कर सकते है जिससे कमाई भी अच्छी कर सकते है ।मेरा मानना है कि अगर आप 3 से 4 वर्ष जॉब करने के बाद बिज़नेस की शुरुआत करते है तो आपके पास एक अच्छा एक्सपेरिएंस होगा जिससे काम को और अच्छे से कर सकेंगे।
ITI वेल्डर ट्रेड से कम्पलीट करने के बाद--
1- अपना एक वेल्डिंग का दुकान खोल सकते हैं
2- आप अपना लोहे से छोटे छोटे यंत्र बनाकर बाजार में बेच सकते है।
3-आप अपना एक स्टोर खोल सकते है ।
4- आप बॉडी मेकर की दुकान खोल सकते है जहां पिकअप जैसे गाड़ियों का बॉडी मॉडिफाई होता है।
इसके अलावा भी आप कई सारे बिज़नेस है जो आप वेल्डर से ITI करने के बाद कर सकते है।
इस ब्लॉग के माध्यम से आपको वेल्डर ट्रेड से संबंधित सारी जानकारी देने की कोशिश की गई है ।आशा करता हु की आपको पसंद आया होगा ।
अगर कोई आपके मन मे प्रशन हो तो कमेंट में जरूर
बताए।
धन्यवाद........
5 Comments
Click here for CommentsBahut acha
ReplySir Mai scvt welder trade se hu
ReplyKiya Mai rrb alp Ka form apply kr sakta hu ?
Main ITI kiya hun mujhe job chahie welder trade
ReplyMain bola se ITI kiya hai mujhe job chahie building ka
ReplyITI fitter verification
ReplyIf you have any doubt please leave a comment
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