ITI TURNER ट्रेड की पूरी जानकारी
इस ब्लॉग में हम निम्न टॉपिक के बारे में अच्छे से जानेंगे।
1- टर्नर किसे कहते है?
2- योग्यता, कोर्स की अवधि
3- फीस, एडमिशन
4- सर्टिफिकेट(NCVT/SCVT)
5- ITI टर्नर ट्रेड के बाद क्या करे?
6- नौकरी(प्राइवेट/सरकारी)
7- स्वरोजगार(बिज़नेस)
टर्नर किसे कहते है?
"टर्नर वह कारीगर होता है जो लेथ मशीन की सहायता से किसी धातु या लकड़ी के टुकड़े को उसका सही आकार देने का कार्य करता है उसे ही टर्नर कहते हैं।"
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कही पर किसी वस्तु का मैनुफैक्चरिंग कार्य चल रहा है लेकिन किसी कारण बस उस वस्तु की सेप उचित तरीके से नही हो रहा है तो उसे एक टर्नर कारीगर ही लेथ मशीन का प्रयोग कर उसका सही आकार देने का कार्य करता है।टर्नर ट्रेड ITI का एक इंजीनियरिंग कोर्स है जो मैनुफेक्चरिंग तथा प्रोडक्शन कैटेगरी में आता है।
लेथ मशीन-ऐसी मशीन जो किसी धातु या लकड़ी के टुकड़े को उचित आकार देने का कार्य करती हो उसे लेथ मशीन कहते है।
योग्यता, कोर्स की अवधि
ITI के ज्यादा तर कोर्स को करने की योग्यता 10 वी पास होती है इससे ज्यादा योग्यता की जरूरत नही होती है।
टर्नर कोर्स को करने के लिए 10 वी पास होना आवश्यक होता है अगर आप 10वी गणित और विज्ञान विषयो के साथ पास किये हो तो आप इस कोर्स को कर सकते है।
यह बात आपको पता ही होगा कि ITI के सभी कोर्स की अवधि एक समान नही होता है।इनकी अवधि 6 महीने से लेकर 2 साल तक होती है ।
इसी प्रकार टर्नर कोर्स की अवधि 2 वर्ष की होती है इन दो वर्षों में आप लेथ मशीन और सारी मशीनों को चलाना सिख जाते है। लेकिन पूर्ण रूप से प्रैक्टिकली ज्ञान आपको किसी कंपनी या वर्कशॉप से ही मिलता है।
फीस
यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप कौन से ITI में अपना एडमिशन कराते है।बात करे सरकारी ITI की तो इसमे आपका दोनो साल का 4000 से 5000 रुपए लग सकता है। यह फीस कोई फिक्स नही है आपके राज्य के अनुसार कुछ कम ज्यादा भी हो सकता है।
प्राइवेट ITI से टर्नर कोर्स करने लिए आपका 40 हजार से 50 हजार तक भी लग सकता है क्योंकि इनके पास सरकारी ITI के मुकाबले ज्यादा मशीने होती है जिस कारण इसमें ज्यादा कुछ सीखने को मिलता है तथा प्रैक्टिकल भी ज्यादा कराया जाता है।
इसलिये प्राइवेट ITI में फीस ज्यादा लगता है।
अगर आप कम पैसे में ही ITI करना चाहते हैं तो आपको सरकारी ITI में ही एडमिशन लेनी चाहिए
प्राइवेट और सरकारी दोनो ITI की वैल्यू लगभग समान ही होती है बस फीस का ही अंतर होता है।
एडमिशन
ITI के किसी भी कोर्स में एडमिशन लेने ली लिए सबसे पहले उसका फॉर्म ऑनलाइन करना पड़ता है जो जुलाई महीने में शुरू होता है। उसके बाद काउन्सलिंग की बारी आती है। कॉउंसलिंग के आधार पर ही आपका इस ट्रेड में एडमिशन मिलता है। अगर आप 10 वी अच्छे अंक से पास किये है तो आपको इस ट्रेड में एडमिशन आसानी से मिल जायेगा।
एक बात और कही कही प्राइवेट ITI में आपको उस संस्थान में जाकर डायरेक्ट एडमिशन मिल जाता है।
लेकिन सरकारी में एडमिशन के लिए पहले फॉर्म ऑनलाइन करना पड़ता है।
सर्टिफिकेट(NCVT/SCVT)
ITI कम्पलीट होने के बाद सर्टिफिकेट के माध्यम से ही हमे कही भी जॉब मिलता है इसलिये ITI में एडमिशन लेने से पहले उसके सर्टिफिकेट के बारे में पहले से पता कर लेना चाहिए क्योंकि COURSE कम्पलीट होने के बाद दो तरह का सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है। पहला NCVT(National Council Of Vocational Training training) और दूसरा SCVT (State Council Of Vocational Training) ।
इन दोनों सर्टिफिकेट में कुछ अंतर होता है अगर आपका सर्टिफिकेट NCVT है तो आपको हर सेक्टर में जॉब करने का मौका मिलता है तथा पूरी इंडिया लेवेल का अप्रेंटिसशिप फॉर्म आवेदन कर सकते है लेकिन SCVT सर्टिफिकेट वालो की लिए हर जगह जॉब करने का मौका नही मिलता कई सारे ऐसे सेक्टर है जहां SCVT सर्टिफिकेट से आप अप्रेंटिसशिप के लिए फॉर्म आवेदन नही कर सकते है। क्योंकि यह एक स्टेट लेवल का सर्टिफिकेट होता है ।
भविष्य में हो सकता है कि दोनों की समान वैल्यू हो जाय लेकिन आज के लिए NCVT ही सबसे अच्छा है। अब कई सेक्टरों में अप्रेंटिसशिप के लिए दोनो को समान वैल्यू दी जा रही है।
लेकिन आपको हमेशा NCVT को ही प्राथमिकता देनी चाहिए।अगर इसमे ना हो तो हि SCVT चुनना चाहिए.
ITI टर्नर ट्रैड के बाद
क्या करे?
(उच्च डिग्री)
ITI कम्पलीट होने के बाद आपके पास कई सारे विकल्प होते है जैसे कि अगर आगे और पढ़ाई करना चाहते हैं तो आप पॉलीटेक्निक डिप्लोमा के 2nd ईयर में मैकेनिकल ट्रेड में एडमिशन ले सकते है वैसे पॉलीटेक्निक डिप्लोमा तीन वर्ष का कोर्स होता है। इसके बाद आप इंजीनियरिंग में स्नातक(B. Tech) भी कर सकते है।(CITS कोर्स)
अगर किसी ITI संस्थान में शिक्षक बनना चाहते है तो आप CITS का कोर्स कर सकते है जो एक वर्ष का होता है। इस कोर्स को करने के बाद आप किसी भी प्राइवेट या सरकारी ITI में पढ़ाने योग्य हो जाते है।
लेकिन इस कोर्स को कम्पलीट करने के बाद आप डायरेक्ट सरकारी ITI में परमानैंट(स्थाई) शिक्षक नही बन सकते इसके लिये आपको परीक्षा देना पड़ेगा, परीक्षा में पास होने तथा मेरिट लिस्ट में नाम आने के बाद ही किसी सरकारी ITI में परमानैंट शिक्षक बन सकेंगे।
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(अप्रेंटिसशिप)
अप्रेंटिसशिप एक प्रकार का ट्रेनिंग होता है जो किसी प्राइवेट या सरकारी संस्थान द्वारा कराया जाता है। जब आप ITI कर लेते है तो आपके अंदर कार्य करने की पूरी क्षमता विकसित नही होता है लेकिन अप्रेंटिसशिप के दौरान आपको बहुत सारे मशीनों पर कार्य करने को मिलता है जिससे आपको इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त होता है।
आप अप्रेंटिसशिप इंडियन रेलवे ,इंडियन ऑयल, HAL जैसे बड़े सेक्टरों से कर सकते है इस ट्रेनिंग के दौरान आपको 9000 से 11000 रुपए भी मिलते है जिसे स्टाइपेंड कहा जाता है। बहुत लोगो को यह पैसा कम लग रहा होगा तो मैं एक बात स्पष्ट कर दु की अप्रेंटिसशिप पैसा कमाने की उद्देश्य से नही किया जाता है यह एक प्रकार की ट्रेनिंग होती है जिसके माध्यम से आप एक कुशल कारीगर बन सके।
( प्राइवेट नौकरी)
ITI करने वाले छात्रों का मुख्य उद्देश्य ही रोजगार पाना होता है ताकि वह आत्मनिर्भर हो सके। इसलिये आजकल सरकार के तरफ से भी छात्रों के लिए कौशल विकास जैसे योजना चलाया जा रहा है और टेक्निकल को बढ़ावा दिया जा रहा है ।टर्नर ट्रेड से ITI कम्पलीट करने के बाद बहुत सारे इससे संबंधित क्षेत्र है जहां आप आसानी से नौकरी कर सकते है ।
प्राइवेट नौकरी की बात करे तो आप --
1- प्रोडक्शन और मेन्युफेक्चरिंग इंडस्ट्रीज में जॉब कर सकते हैं।
2- आप ऑटोमोबाइल सेक्टर और अलाइड इंडस्ट्रीज में जॉब कर सकते हैं।
3- आप समुद्री जहाज में जॉब कर सकते हैं।
4- आप किसी बड़े वर्कशॉप पर जॉब कर सकते है।
5- आप किसी इंफ्रास्ट्रक्चर रिपेयरिंग में जॉब कर सकते हैं।
इसके अलावा भी आप कई जगहों पर जॉब कर सकते हैं।
(सरकारी नौकरी)
बहुत लोगो का सरकारी नौकरी करने का सपना होता है लेकिन सरकारी नौकरी पाना आज के समय मे कोई छोटी बात नही है इसके लिए अच्छे से पढ़ाई करना पड़ता है ।
अगर बात करे कि ITI टर्नर ट्रेड से करने के बाद सरकारी नौकरी की तो आप इंडियन रेलवे, इंडियन ऑयल, DRDO जैसे सेक्टर में जॉब कर सकते है इसके अलावा भी BHEL, GAIL, NTPC, ONGC जैसे सेक्टर में भी जॉब कर सकते हैं।
स्वरोजगार(बिज़नेस)
अगर आप ITI टर्नर के बाद कुछ पैसे इन्वेस्ट कर बिज़नेस करना पसंद करते है तो आपके पास बहुत ऐसे विकल्प है जिसमे आप अपना खुद का बिज़नेस कर सकते है । जितना आप खुद के बिज़नेस से कमा सकते है उतना आप ITI के बाद जॉब से नही कमा सकते है।
ITI टर्नर के बाद आप निम्न बिज़नेस कर सकते हैं--
1 -आप एक हार्डवेयर की दुकान खोल सकते हैं।
2 - शाफ़्ट,गियर से सम्बंधित बिज़नेस कर सकते हैं।
3 - आप Pulley, Crankshoft जैसे पार्ट्स का प्रोडक्शन कर सकते हैं।
4 - आप अपने कार्य से संबंधित एक वर्कशाप खोल सकते है।
इसी प्रकार इससे संबंधित बहुत सारे ऐसे बिज़नेस है जो आप कर सकते है।
आशा करता हु आपको यह ब्लॉग पसंद आया होगा।
अगर आपका कोई सवाल हो तो कृपया कमेंट में जरूर बताए।
धन्यवाद......
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