ITI Diesel Machenical Course की जानकारीफायदे, जॉब
अगर आप ITI डीजल मैकेनिक ट्रेड के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप सही जगह
आए हैं।
इस ब्लॉग में ITI diesel mechanic course के बारे में अच्छे से जानेंगे अगर आप आई टी आई डीजल मैकेनिक से कर रहे हैं या आगे करने वाले है तो यह ब्लॉग आपकी काफी मदद करेगा।
इस ब्लॉग में हम निम्न टॉपिक के बारे में अच्छे से जानेंगे।
1- डीजल मैकेनिक किसे कहते हैं?
2- योग्यता,प्रशिक्षण अवधि
3- फीस, उम्र
4- सर्टिफिकेट(NCVT/SCVT)
5- पाठ्यक्रम
6- अप्रेंटिसशिप
7- CITS कोर्स
8-नौकरी(प्राइवेट/सरकारी)
8- विदेश में जॉब
9- स्वरोजगार(बिज़नेस )
डीजल मैकेनिक किस
कहते है?
इस ट्रेड के नाम से ही पता चल रहा है कि इसमे डीजल इंजन से संबंधित कार्य होता है।"डीजल मैकेनिक वह होता है जो डीजल इंजन के बारे में ,उसके औजारों के बारे में,उसके पार्ट्स की पहचान करना, इसकी असेंबल या डिसअसेंबल करना
इन सभी के बारे में अच्छे से जानकारी रखता हो उसे ही डीजल मैकेनिक कहते है।"
हमारे आस पास बहुत से ऐसे वर्कशॉप दिखाई देते है जिसमे डीजल से चलने वाली गाड़ियों का मरम्मत कार्य होता है इन गाड़ियों को मरम्मत कार्य करने वाला भी एक डीजल मैकेनिक ही होता है।
अतः डीजल मैकेनिकल कोर्स भी आई टी आई के प्रमुख ट्रेडों में से एक है।जिसका डिमाण्ड आज के समय मे बहुत है।
योग्यता,प्रशिक्षण अवधि
ITI के डीजल मैकेनिक ट्रेड में एडमिशन लेने के लिए देश के किसी भी बोर्ड से 10वी पास होनाआवश्यक है,मतलब आपका 10 वी के पाठ्यक्रम में गणित और विज्ञान होना चाहिए तभी आप इस ट्रेड में एडमिशन लेने योग्य है।डीजल मैकेनिक ट्रेड में प्रशिक्षण की अवधि 1 वर्ष की होती है इसमें 2 सेमेस्टर में एग्जाम होता है लेकिन अब लगभग हर जगह इस ट्रेड का एक बार ही एग्जाम (वार्षिक परीक्षा)हो रहा है।
जुलाई महीने में आई टी आई का फॉर्म आवेदन शुरू होता है और सरकारी आई टी आई में एडमिशन मेरिट के आधार पर होता है। अगर आपका 10 वी में अच्छा मार्क(नम्बर) है तो आपको सरकारी आई टी आई में एडमिशन मिल सकता है।
प्राइवेट आई टी आई में एडमिशन ऑफलाइन भी मिल जाता है मतलब आप किसी प्राइवेट आई टी आई में जाकर भी अपना एडमिशन ले सकते है ।लेकिन हर प्राइवेट आई टी आई में डीजल मैकेनिक का कोर्स उपलब्ध नही होता है।तथा फीस भी सरकारी आई टी आई से ज्यादा लगता है।
अतः एडमिशन लेने से पहले उस आई टी आई में अपने अपने इस कोर्स के बारे में पता कर ले ।
फीस ,उम्र
ITI के डीज़ल मैकेनिक कोर्स में फीस की बात करे तो सरकारी और प्राइवेट में दोनों में अलग अलग होता है।सरकारी ITI से इस कोर्स को करने के लिए आपका
2 से 3 हजार रुपये तक लग सकता है और सरकारी ITI में एडमिशन मेरिट के आधार पर होता है।
सरकार के कुछ शर्तों के साथ आई टी आई वालो को स्कॉलरशिप भी मिलता है।
प्राइवेट ITI से करने पर आपको लगभग 25000 रुपये तक लग सकता है।अतः पहले सरकारी आई टी आई में एडमिशन लेने की कोशिश करनी चाहिए। सरकारी आई टी आई से आप कम पैसे से ही इस कोर्स को पूरा कर सकते है ।
नोट- हर राज्य में फीस एक समान नही हो सकता है
आई टी आई में एडमिशन 14 वर्ष से लेकर 40 वर्ष के बीच मे कभी भी ले सकते है।
सर्टिफिकेट(NCVT/SCVT)
इस समय डिजिटल मीडिया का समय है जिससे आपको हर तरह की जानकारी बहुत ही आसानी से प्राप्त हो जा रही है। लेकिन जब पहले बच्चो को बता नही था कि SCVTऔर NCVT में भी कुछ अंतर होता है तो बहुत से बच्चे NCVT की जगह SCVT में एडमिशन ले लेते थे। जब कोर्स कम्पलीट होने के बाद जॉब करने की बारी आती थी तब इसके बारे में पता चलता था।लेकिन हकीकत में SCVT वालो को थोड़ा कम वैल्यू मिलता है क्योकि यह एक राज्य(State) लेवेल का सर्टिफिकेट होता है।NCVT वाले किसी भी विभाग में जॉब कर सकते है।अतः NCVT वालो को ज्यादा मौका मिलता है।
अतः किसी भी ITI में एडमिशन लेने से पहले यह पता कर लेना चाहिए कि वह कौन सा सर्टिफिकेट देता है।
पाठ्यक्रम
डीजल मैकेनिक का पाठ्यक्रम दो सेमेस्टर में दिया गया है।
सेमेस्टर-11- Occupational safety and health
2 - Systems of measurement
3- Introduction of hand and power tools
4- Limit,fits and tolerances
5- Cutting tools
6- fasteners
7- Drilling
8- Taps and dies
9 - Reaming
10- Sheet metal working
11- Basic electricity
12- Basic electronic
13- Battery
14- welding
15- Heat treatment
16- Hydraulics and pneumatics
17- Non destructive testing
18- Introduction of engine
सेमेस्टर-2
2- Constructional details
3- Cooling system
4- Lubricant system
5- Operational and maintenance
6- Fuels and combustion
7- Fuel injection
8- Fuel system
9- Governors
10- Air intake System
11- Exhaust system
12- Changing system
13- Starting system
14- Engine performance and rating
15- Miscellaneous practice set
Note- दिए गए पाठ्यक्रम का टॉपिक में राज्य के अनुसार कुछ बदलाव हो सकता है।
अप्रेंटिसशिप
आज के समय मे आई टी आई के बाद जॉब पाने के लिए अप्रेंटिसशिप करना जरूरी हो जाता है । क्योंकि अप्रेंटिसशिप में छात्रों को किसी संस्थान द्वारा उसके ट्रेड से संबंधित कार्यों को सिखाया जाता है तथा छात्र उसको अच्छे से समझता है और उसकी ट्रेनिंग लेता इस प्रकार वह अपने स्किल को बढ़ाता है। अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग के बाद छात्र को जॉब आसानी से मिल जाता है। कभी कभी छात्र जिस संस्थान से अपनी अप्रेंटिसशिप करता है उसी विभाग में उसको जॉब भी मिल जाता है।इंडियन रेलवे, इंडियन ऑयल जैसे बड़े सेक्टर से अप्रेंटिसशिप करने पर काफी फायदा मिलता है।
अगर आप प्राइवेट सेक्टर से अप्रेंटिसशिप करते हैं तो ज्यादा फायदा नही मिलता है।
अप्रेंटिसशिप के दौरान आपको उस संस्थान द्वारा 8000 से 10000 रुपये दिए जाते है जिसे स्टाइपेंड कहा जाता है।
CITS कोर्स
जिस प्रकार हिंदी ,अंग्रेजी जैसे विषयों के शिक्षक बनने के लिए B.ed CTET जैसे परीक्षा को क्वालीफाई करना पड़ता है उसी प्रकार ITI के शिक्षक बनने के लिए भी CITS जैसे कोर्स को करना पड़ता है तब जाकर आप एक ITI के शिक्षक बनने योग्य हो जाते है।
CITS के कोर्स की अवधि 1 वर्ष होती है । ITI कम्पलीट होने के बाद CITS का कोर्स किया जाता है। इसके लिए पहले फॉर्म ऑनलाइन करना पड़ता है तथा इसका एग्जाम होता है, एग्जाम पास करने के बाद ही CITS में एडमिशन मिलता है ।
CITS कोर्स कम्पलीट होने के बाद आप किसी भी सरकारी या प्राइवेट ITI में शिक्षक बनने योग्य हो जाते हैं।
एक बात स्पस्ट कर दु कि CITS करने के बाद आपको प्राइवेट आई टी आई में आसानी से नौकरी मिल जाता है लेकिन सरकारी ITI में स्थाई नौकरी नही मिलती है
जब कभी सरकार के तरफ से सरकारी आई टी आई में शिक्षक की वैकेंसी निकलती है तब आप फॉर्म आवेदन करके , एग्जाम क्वालीफाई करके सरकारी आई टी आई में एक शिक्षक बन सकते है।
वैसे इस समय सरकारी आई टी आई में शिक्षक की कमी है। आने वाले समय मे CITS करने वाले छात्रों को फायदा मिल सकता हैं।
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नौकरी
अतः इस कोर्स को कम्पलीट करने के बाद आप निम्न जॉब कर सकते है।
1- ऑटोमोबाइल कंपनी में जॉब कर सकते है।
2- समुद्री जहाजो के इंजन को रिपेयर करने के लिए डीजल मैकेनिक की जरुरत होती है ,आप वहां जॉब कर सकते है।
3- मारुति सुजुकी,टाटा ,होण्डा,महेंद्रा जैसे बड़े कंपनियों में मैकेनिक तकनीशियन के पद पर जॉब कर सकते हैं।
5- किसी ऑटो स्पेयर पार्ट्स कंपनी में एक सेल्समैन का जॉब कर सकते हैं।
6- ट्रक ,बस ,कार जैसे गाड़ियों के रिपेयर की दुकान पर जॉब कर सकते हैं।
7- सुपरवाइजर का जॉब कर सकते हैं।
8- किसी विश्वविद्यालय ,हॉस्पिटल, कंपनी,मॉल जैसे सेक्टर में उनके जनरेटर की देखभाल करने की जॉब कर सकते है।
9- आप एक हैवी गाड़ियों के ड्राइवर की नौकरी कर सकते है।इसके लिए आपके पास हैवी ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए।
बात करे सरकारी नौकरी की तो आप इंडियन रेलवे, इंडियन ऑयल,DRDO जैसे सेक्टर में नौकरी कर सकते हैं इसमे समय समय पर वैकेंसी आती रहती है इसके लिए आपको हमेशा अपडेट रहना पड़ेगा।
विदेश में जॉब
विदेश में भी ऑटोमोबाइल्स कंपनियों में डीजल मैकेनिक की काफी डिमांड रहती है।आप विदेश में जाकर भी नौकरी कर सकते है,अगर आपके पास 4 से 5 वर्ष कार्य का एक्सपीरियंस है तो आपको सैलरी 60 से 70 हजार तक या इससे ज्यादा भी सैलरी मिल सकता है।आपके पास पासपोर्ट है तभी आप विदेश में नौकरी करने के लिए जा सकते है।
स्वरोजगार
डीजल मैकेनिक से ITI कम्पलीट करने के बाद रोजगार के कई सारे विकल्प खुल जाते है ।आप अपनेअनुसार खुद का बिज़नेस कर सकते है जिसमे आप जॉब से ज्यादा कमाई कर सकते है।
बिज़नेस करने का सबसे ज्यादा फायदा यह है कि आप जितना ज्यादा मेहनत करेंगे उतना ही सिर्फ आपको फायदा होगा जबकि जॉब में इसका उल्टा होता है ।
डीजल मैकेनिक के बाद आप निम्न बिज़नेस कर सकते है।
1-डीजल इंजन रिपेयर वर्कशॉप खोल सकते हैं।
2- ट्रक,बस, कार जैसे गाड़ियों का सर्विस सेन्टर खोल सकते है।
3- मारुति सुजुकी,टाटा , होण्डा जैसे पुरानी गाड़ियों का मरम्मत कर बेचने का कार्य कर सकते है।
4- गाड़ीयो के स्पेयर पार्ट्स की दुकान खोल सकते हैं।
इसके अलावा भी इससे संबंधित कई सारे ऐसे सेक्टर है जहा आप अपना बिज़नेस कर सकते है।
नोट- कृपया किसी भी फील्ड का चुनाव करने से पहले अपने रुचि के बारे में पता कर ले।
इस ब्लॉग में आपको डीजल मैकेनिक से संबंधित सारी जानकारी दी गयी है।अगर आपका कोई प्रशन हो तो कमेंट में जरूर बताएं।
धन्यवाद..........
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