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15/5/20

Loco pilot kaise bane?2020.Train Driver की पूरी जानकारी ,सिलेबस, योग्यता,चयन

            Loco Pilot कैसे बने?

   2020 में पूरी जानकारी सिलेबस,

          योग्यत , चयन प्रकिया


Hello दोस्तो मैं इस ब्लॉग के माध्यम से लगातार आपको नई नई जानकारी देने की कोशिश कर रहा हु
आशा करता हुकी इससे आपको काफी मदद मिलेगी।
   इस ब्लॉग में  ट्रैन ड्राइवर कैसे बने या असिस्टेंट  लोको पायलट कैसे बने इसके बारे में पूरी जानकारी दी गई है।आपको कही और जाने की जरूरत नही होगी क्योंकि इसी  ब्लॉग से आपको  लोको पायलट से जुड़ी सारी जानकारी मिल जायेगा।
Loco-Pilot-Kaise-Bane

  चलिए बात करते है कि हम कौन कौन से टॉपिक के बारे में जानेंगे।
1-लोको पायलट किसे कहते है?
2- योग्यता
3-उम्र सीमा(age limit)
4- वैकेंसी
4-पाठ्यक्रम(syllabus)
5-मेडिकल चेकअप
6-डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन
7-ट्रेनिंग
8- sellary
9- लोको पायलट की तैयारी कैसे करे?

    इंडियन रेलवे हमारे देश का सबसे बड़ी यातायात के साधन है।इसके माध्यम से प्रतिदिन लाखों लोग अपने मंजिल तक पहुंचते है। आपको बता दु की इंडियन रेलवे का  एशिया में दूसरी तथा विश्व मे चौथी सबसे बड़ी नेटवर्क जाल है।तथा इसमे 16 लाख से भी ज्यादा कर्मचारी कार्य करते है।
   हर छात्र का सपना होता है कि वह कुछ ऐसा करे कि परिवार और  समाज के लोग उसपर गर्व करे।
किसी का सपना फौजी बनकर देश की सेवा करना होता है ,किसी का डॉक्टर बनने का,किसी को शिक्षक ,किसी को इंजीनियर बनने का सपना होता है।, उसी प्रकार बहुत से छात्रों का सपना रेलवे में नौकरी करने का होता है।
  इंडियन रेलवे में हर साल विभिन्न पदों के लिए वैकेंसी निकलती रहती है। इसमे कुल चार ग्रुप में भर्ती नकलती है।
 ग्रुप(A)- जिसमे आफिसर रैंक के अधिकारियों भर्ती होती है जो सिविल एग्जाम  इंजीनियरिंग के जरिये होता है।
ग्रुप(B)- इस पोस्ट के लिए रेलवे द्वारा डायरेक्ट वैकेंसी नही निकलती है ।इसमें ग्रुप-C वाले ही प्रोमोशन के आधार पर जॉइन होते है। यह भी एक अधिकारी रैंक का पोस्ट होता है।
ग्रुप(C)- इस ग्रुप में रेलवे द्वारा समय समय पर वैकेंसी निकलती रहती है।इसमे स्टेशन मास्टर, सुपरवाइजर, क्लेरिकल स्टाफ जैसे हुनरमंद कर्मचारियों का चयन होता है।इस पोस्ट के लिए परीक्षा RRB करवाती है।
ग्रुप(D)- इस कैटेगरी में रेलवे के सफाईकर्मी, ट्रैक मैन जैसे निम्न पद वाले कर्मचारी आते है। ग्रुप(D) का परीक्षा भी RRB(Railway Requirement Board
कराती है।

          लोको पायलट किसे कहते है?


  अब बात करते है लोको पायलट की, जिस प्रकार कार,बस ट्रॅक जैसे गाड़ियों को चलाने के लिए ड्राइवर की आवश्यकता होती है उसी प्रकार ट्रेन को चलाने के लिए भी ड्राइवर की आवश्कता होती है।
ट्रैन चलाने वाले को ही लोको पायलट कहा जाता है।
 ट्रैन ड्राइवर जब नौकरी जॉइन करता है तो वह असिस्टेंट लोको पायलट (ALP) के पद पर कार्य करता है। लोको पायलट का सहायक होता है कुछ दिनों के बाद लोको पायलट में प्रमोशन हो जाता है।

        लोको पायलट बनने के लिए

                      योग्यता


आज कल किसी  भी प्रकार का नौकरी पाने के लिए    उसके पोस्ट के अनुसार योग्यता  होना जरूरी है।इसी प्रकार लोको पायलट  के लिए कम से कम 10 वी के साथ साथ साल 2 का  ITI पास होना जरूरी है। ITI में बहुत सारे ट्रेड होते है  लेकिन कुछ ही ट्रेडों से ITI करने पर ही आपको लोको पायलट में नौकरी मिल सकता है जैसे अगर आप इलेक्ट्रीशियन, फिटर, इलेक्ट्रॉनिक, डीजल मैकेनिक  जैसे  कुछ पॉपुलर ट्रेड से ITI किये है तो आपको लोको पायलट में नौकरी मिल  सकता है। यह भी  पता होना चाहिये कि इलेक्ट्रीशियन,फिटर तथा इलेक्ट्रॉनिक जैसे कोर्स 2 साल के होते है जबकि डीजल मैकेनिक कोर्स  केवल 1 साल का होता है।
 इसके बावजूद अगर आप इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल ट्रेड से पॉलीटेक्निक डिप्लोमा किये है तब  भी आप इसके लिए फॉर्म फील कर सकते है।परन्तु सिविल ट्रेड से डिप्लोमा करने वाले लोको पायलट के लिए फॉर्म अप्लाई नही कर सकते हैं। कुछ लोगो के मन मे यह सवाल होगा कि इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री लेने वाले लोको पाइलट में फॉर्म अप्लाई कर करते है कि नही,तो मैं आपको बता दु जी हां कर सकते है लेकिन उसके लिए भी किसी विशेष ट्रेड के छात्र ही  आवेदन कर सकते हैं।

इसे भी पढ़े-ITI के फायदे, जॉब,सैलरी

             ITI इलेक्ट्रीशियन के फायदे, जॉब
        लोको पायलट बनने के लिए 

                    उम्र सीमा


किसी भी विभाग में  सरकारी नौकरी करने के लिए उस विभाग के अनुसार अलग अलग उम्र सीमा होती है।हर विभाग का अपना अपना नियम होता है जैसे आर्मी GD जॉइन करने के लिए 17वर्ष 6 महीने से 21 वर्ष के बीच वही आर्मी क्लर्क के लिए 17.5 वर्ष से 23वर्ष तक होता है। उसी प्रकार लोको पायलट के लिए हर केटेगरी के लिए अलग अलग होती है ।
जैसे -
1   -       जनरल कैटेगरी के लिए-
न्यूनतम-18वर्ष               अधिकतम-30 वर्ष
पहले घटाकर 28 वर्ष कर दिया गया था लेकिन अब दोबारा अधिकतम उम्र सीमा बढ़ाकर 30 वर्ष कर दिया गया है।

2   -       ओबीसी कैटेगरी के लिए-
न्यूनतम-18वर्ष             अधिकतम-33वर्ष
ओबीसी कैटेगरी के लिए अधिकतम उम्र सीमा हमेशा जनरल वालो से ज्यादा होता है।

3-         SC/ST कैटेगरी के लिए-
न्यूनतम-18वर्ष            अधिकतम-35वर्ष
किसी भी सरकारी फॉर्म आवेदन करने के लिए  अधिकतम मौका SC/ST वालो को ही दिया जाता है।

न्यूनतम उम्र सीमा सभी कैटेगरी के लिये 18 वर्ष  समान होता है।PWD कर्मचारी या रिटायर्ड आर्मी के लिए और छूट मिलता है।

           लोको पाइलट की वैकेंसी

इंडियन रेलवे द्वारा समय समय पर लोको पायलट के लिए वैकेंसी निकलती रहती है।इसकी वैकेंसी आने की कोई निश्चित समय नही होता है। यह  1 साल ,2 साल 3 साल ,या 5 साल में कभी भी आ सकती है । लेकिन अभी भी रेलवे मे 3 लाख से भी कही  ज्यादा वैकेंसी खाली है। आने वाले समय में 30 से 40 हजार पदो के लिए वैकेंसी देखने को मिल जाय।
चुकी अपना देश भी कोरोना वाइरस जैसे महामारी से जूझ रहा है जिससे हमारी  अर्थव्यवस्था  बुरी तरह से प्रभावी हो गईं है। अभी रेलवे ग्रुप-D और NTPC  परीक्षा भी फाइनल कुछ नही हुआ  जिसका आवेदन फ़रवरी 2019 में  हुआ था।ऐसे मे अभी 2020 में रेलवे के तरफ से कोई भी नई वैकेंसी आने की संभावना नही है। लोको पायलट बनने के लिए आपके पास अभी समय है तो आप अभी से अपना तैयारी शुरू कर दीजिए। अगर आप अभी से इसके लिए तैयार रहेंगे तो आप आसानी से लोको पायलट बन सकते हैं।
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      लोको पायलट का पाठ्यक्रम 

                (Syllabus)

किसी भी एग्जाम को क्रैक करने से लिए सबसे पहले उसके सिलेबस को जानना बहुत जरूरी होता है।अगर सिलेबस नही पता होगा तो आप   एग्जाम को पास नही कर पाएंगे। कोई भी परीक्षा निकालने का मूल मंत्र यही होता है कि सबसे पहले एक डायरी में  परीक्षा से संबंधित सारे सिलेबस(पाठ्यक्रम)के एक एक टॉपिक को लिख लीजिये और टाइम टेबल के अनुसार हर दिन एक टॉपिक को अच्छे से कवर करे।
   लोको पायलट के सिलेबस(पाठ्यक्रम)की बात करे तो गणित, रीजनिंग, विज्ञान,जनरल अवेरनेस, current affair के साथ साथ अपने ट्रेड से सम्बंधित
भी जानकारी होना चाहिये।
   इसके बारे में हम नीचे विस्तार से जानेंगे-
                 - गणित पाठ्यक्रम-
1- Number system
2- Decimal
3- Frection
4- Ratio and Proportion
5- LCM and HCF
6- Percentage
7- Time and Work
8- Time and Distance
9- Simple Interest
10- Compound Interest
11- Profit and Loss
13-Pipe and Cistern
14-BODMAS
15-Algebra
16-Elementry Statistics
17- Mensuration
18- Trigonometry
         
            -रीजनिंग पाठ्यक्रम-
1  -Analogies
2- Completion of number
3-Alphabetical Series
4- Coding and Decoding
5- Classification
6- Relationship
7- Mathematical Operation
8- Similaries and Differences
9- Analytical Reasoning
10- Syllogisms
11- JumblingP
12- Ven Diagrams
13- Puzzles
14- Data Sufficiency
15- Statement- Arguments and   Assumptions
16-Conclusion and Decision making

               -सामान्य विज्ञान-

सामान्य विज्ञान के अंतर्गत  भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान से प्रश्न देखने को मिलता है ।
अतः इन तीनो टॉपिक के पाठ्यक्रम को नीचे विस्तार से दिया गया है।

              -भौतिक विज्ञान-
1- मात्रक
2- बीमा
3- गति
4- कार्य,ऊर्जा एवं शक्ति
5- दाब,प्लवन
6- गुरुत्वाकर्षण
7- पृष्ठ तनाव, श्यानता, प्रत्यास्थता
8- सरल आवर्त गति
9- तरंग, ध्वनि तरंग
10- प्रकाश,उष्मा,चुम्बकत्व
11- विद्युत धारा,स्थित वैधुत
12- परमाणु भौतिकी, रेडियोधर्मिता
13- नाभिकीय विखंडन एवं संलयन
14-भौतिकी खोज एवं वैज्ञानिक उपकरण
15- विभिन्न यंत्रो एवं उसके आविष्कारक
16- ब्रह्मांड
              - रसायन विज्ञान-

1- पदार्थ एवं उसकी प्रकृति
2- परमाणु संरचना
3- तत्वो का आवर्ती वर्गीकरण
4- गैसों का आचरण
5- अम्ल, भस्म एवं लवण
6- विलयन
7- आक्सीकरण एवं अवकरण
8- कार्बन तथा उसके यौगिक
9- धातु,अधातु एवं मिश्रधातु
10- मानव निर्मित पदार्थ
11- उत्प्रेरण
12- ईंधन
13- रासायनिक बंधन

            -जीव विज्ञान-
1- जीवधारियों का वर्गीकरण
2- जैव विकास
3- कोशिश विज्ञान
4- वनस्पति विज्ञान
5- आनुवांशिकी
6- मानव शरीर के तन्त्र
7- पोषक विज्ञान, पोषण
8- प्राणी विज्ञान
9- मानव रोग
10- विटामिन
11- वैज्ञानिक नाम
12- पारिस्थिकीय
13- प्रदूषण
14- इससे संबंधित कुछ प्रमुख शाखाएं

         -General  Study-

1- इतिहास
2- भूगोल
3-भारतीय अर्थव्यवस्था
4- भारतीय संविधान

        -General Awareness-

इसके अंतर्गत खेल खुद ,पुरस्कार, कंप्यूटर, पुस्तक,
साइंस एंड टेक्नोलॉजी, संस्कृति, राजनीति और Current Affairs से संबंधित प्रश्न पूछे जाते है।

  लोको पायलट बनने के लिए चयन प्रक्रिया


लोको पायलट जॉइन होने के  लिए लिखित ,शारीरिक, और मेडिकल परीक्षा से होकर गुजरना पड़ता है।

  CBT(Computer Based Test)                             परीक्षा


लोको पायलट के लिए लिखित परीक्षा के अंतर्गत  तीन प्रकार के परीक्षा से होकर गुजरना पड़ता है।
चुकी इसमे कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा होता है।इसलिए इसे CBT एग्जाम कहते है।

CBT-1 एग्जाम   -  यह  सिर्फ क्वालीफाई परीक्षा होता है मतलब इसका अंक मेरिट में काउंट नही  किया जाता है। अगर CBT-2  तक पहुचना है तो CBT-1 को क्लियर करना पड़ेगा । CBT-2 में पहुंचने के बाद इस एग्जाम का कोई महत्व नही रह जाता है।
  CBT-1 एग्जाम 75 नम्बर का होता है जिसको हल करने के लिए 60 मिनट का समय मिलता है।
गणित---------           20 नम्बर
रीजनिंग------            25 नम्बर
विज्ञान--------            20 नम्बर
करंट अफेयर-            10 नंबर

अगर CBT-1 में 50 से 55 नम्बर आ जाता है  तो वह छात्र CBT-1 क्वालीफाई कर लेगा अगर कोई छात्र 75में 70 या75 नंबर भी लाता है तो उसका वैल्यू एक समान होगा। इस नंबर का मेरिट में कोई महत्व नही होता है ।

CBT-2 एग्जाम   -    फाइनल सेलेक्शन में इस परीक्षा का बहुत महत्व होता है इसी के आधार पर मेरिट बनती है जिससे हमे ALP जॉइन करने का मौका मिलता है। CBT-2 में दो परीक्षा देना पड़ता है ।

पेपर (A)-  यह परीक्षा 100 नम्बर का होता है जिसमे
गणित------------------     25 नम्बर
रीजनिंग----------------     25 नम्बर
बेसिक साइंस----------      40 नम्बर
GA एंड करंट अफेयर-      10 नम्बर


पेपर(B)-  यह परीक्षा अपने  ट्रेड से संबंधित होता है
यह  कुल 75 नम्बर का होता है।इसमें क्वालीफाई करने के लिए 35 नम्बर लाना अनिवार्य होता है।

CBT(3)- यह ALP (असिस्टेंट लोको पायलट )की  अंतिम चरण की  परीक्षा होता है इसमे कंडीडेट का साईको टेस्ट होता है। साईको टेस्ट द्वारा यह पता लगाया जाता है कि आप दिमागी तौर पर कितना फिट है तथा इमरजेंसी के समय कितना जल्दी फैसला ले सकते हैं।इसमे कंडीडेट को मेमोरी टेस्ट,टेबल टेस्ट, ब्रिक्स टेस्ट जैसे पाँच प्रकार का साईको टेस्ट देना पड़ता है।

            लोको पायलट के लिए 
            शारीरिक योग्यता

लोको पायलट के लिए शारिरिक रूप से फिट होना अति आवश्यक होता है।क्योकि इनके सहारे ट्रेन में हजारों यात्री होते है। इनकी  आखो का बारीकी से जांच होती है।अगर आँख में थोड़ा भी प्रॉब्लम होगा तो आप को इसमे जॉइन का मौका नही मिलेगा। इसके अलावा कान,ब्लड प्रेशर, ECG एलेक्ट्रोकार्डियोग्राफी और भी कई सारे टेस्ट होते है।

        डॉक्यूमेंट  वेरिफिकेशन


ऊपर दिए गए सभी परीक्षाओ में पास होने के बाद अब कंडीडेट की बारी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की आती है।इसके अंतर्गत आधार कार्ड,पैन कार्ड,शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र,जाति प्रमाणपत्र, सिग्नेचर, फ़ोटो का वेरिफिकेशन होता है ।

         लोको पायलट की ट्रेनिंग

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन  सफलतापूर्वक कम्पलीट होने के बाद आपको ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाता है।
ट्रेनिंग में आपको सभी प्रकार के गाड़ियों के बारे में बताया जाता है तथा सबसे पहले सहायक लोको पायलट (ALP) बनते है। ट्रेनिंग में आपको पहले लोकल ट्रेन या मालगाड़ी  चलाने के लिए दिया जाता है उसके बाद  एक्सप्रेस गाड़ी को चलाने का मौका मिलता है।


          लोको पायलट की सैलरी


एक लोको पायलट की सैलरी उसके एक्सपीरियंस के अनुसार होता है तथा यह भी निर्भर करता है कि वह किस रुट पर चल रहा है। बात करे  असिस्टेंट लोको पायलट की तो  इनकी सैलरी 5200से20000 के बीच होती है लेकिन  सभी   प्रकार  के  भत्तों को मिलाकर इनकी  सैलरी 28 से 32 हजार तक  हो जाता है। वही अनुभवी लोको पायलट की सैलरी 60 से 70 हजार तक हो जाता   है।

  
      लोको पायलट को रेलवे द्वारा
          दी जाने वाली सुविधा


अगर आप किसी भी सरकारी सेक्टर में जॉब करते है तो सरकार अपने कर्मचारियों को कई सारे मुफ्त सुविधा उपलब्ध कराती है। रेलवे अपने कर्मचारियों को मुफ्त आवास, मेडिकल तथा मुफ्त यात्रा जैसे कई  सुविधाएं देती है जिससे आपके साथ आपके फैमिली को भी इसका लाभ मिलता है।

 

   लोको पायलट की तैयारी

            कैसे करे?

 अब आपको लोको पायलट के बारे में बेसिक जानकारी मिल गया होगा तो बात करते है की इसकी तैयारी के लिए हमे क्या करना  होगा।
   लोको पायलट की तैयारी करने के लिए सबसे पहले अपने आप को मानशिक रूप से तैयार होना पड़ेगा।
इसकी सिलेबस के अनुसार आपको पढ़ना पड़ेगा। गणित, रीजनिंग, विज्ञान और करंट अफेयर इन सभी को अच्छे से पढ़ना पड़ेगा इसके अलावा आपको अपने ट्रेड के बारे में भी अच्छी जानकारी होनी चाहिए। इसका एग्जाम कंप्यूटर बेस होता है तो आपको पहले से ही कंप्यूटर पर एग्जाम देने का  अभ्यास करते रहना चाहिए तथा प्रीवियस पेपर को जरूर  हल करना चाहिए इससे यह  पता चलता है कि एग्जाम का पैटर्न कैसा है तथा किस प्रकार का प्रश्न देखने को मिलेगा।इसके अलावा प्रतिदिन न्यूज़ पेपर पढ़ते रहना चाहिए जिससे आपको करंट अफेयर्स के बारे में पता चलता रहेगा।
  इस ब्लॉग के माध्यम से आपको लोको पायलट कैसे बने?या ट्रैन ड्राइवर कैसे बने?  इसके बारे में सारी जानकारी दी गई। बहुत से लोगो के मन मे यह सवाल था कि लोको पायलट की सैलरी कितनी मिलता है?लोको पायलट का Syllabus  क्या होता है? जो इस ब्लॉग द्वारा सारी जानकारी मिल गई होगी।

अगर आपका कोई भी सवाल हो तो कमेंट में जरूर बताएं और आशा करता हु की यह ब्लॉग आपको पसंद आई होगी तो अपने दोस्तो को जरूर शेयर करे।
     धन्यवाद.......








   






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