ITI इलेक्ट्रीशियन ट्रेड क्या है ?
फायदे, जॉब
जय हिंद दोस्तो मेरे ब्लॉग पर आप सभी का स्वागत है आज इस ब्लॉग के माध्यम से आपलोगों को इलेक्ट्रीशियन ट्रेड के बारे में बताऊंगा जोकी ITI के पॉपुलर ट्रेड में से एक है।
इस ब्लॉग में हम Electrician ट्रेड क्या है? Electrician ट्रेड के फायदे, जॉब? इन सभी टॉपिक को अच्छे से समझेंगे
ELECTRICIAN ट्रेड
जैसा कि आपको पता है कि ITI में बहुत सारे ट्रेड होते है सबका अपना अपना महत्व होता है।उन्ही मैं एक इलेक्ट्रीशियन ट्रेड है जिसका डिमांड हर जगह बहुत ही ज्यादा है क्योकि आज के समय लगभग सारे फील्ड में किसी न किसी प्रकार से बिजली या बिजली से चलने वाले मशीनों या उपकरणों का प्रयोग होता है।इसीलिए इलेक्ट्रीशियन ट्रेड की डिमांड भी काफी ज्यादा होता है।आपको पता ही होगा अगर हमारे घरो में बिजली नही आ रही है या बिजली से चलने वाले उपकरण नही चला रहा है तो हमे एक इलेक्ट्रीशियन की जरूरत पड़ती है।
इलेक्ट्रीशियन किसे कहते हैं?
ELECTRICIAN- विधुत से चलने वाले उपकरणों का मरम्मत, रखरखाव, अनुसरण या निमार्ण कार्य करने वाले कारीगर को इलेक्ट्रीशियन कहते है।
इलेक्ट्रीशियन कोर्स की अवधि 2 वर्ष की होती हैपूरा कोर्स 2 सेमेस्टर में पूरा होता है।इलेक्ट्रीशियन में एडमिशन पाने के लिए कम से कम 10 वी पास होना आवश्यक है।
ITI में एडमिशन के लिए हर साल जुलाई महीने में ऑनलाइन फॉर्म निकलता है तथा सरकारी ITI में मेरिट के आधार पर एडमिशन मिलता है।सरकारी ITI में लगभग 2000से 3000 रुपये लगता है जबकि प्राइवेट ITI में 35000 से 40000 तक लग सकता है।वह संस्था के ऊपर निर्भर करता है।इसका सर्टिफिकेट NCVT व SCVT दो प्रकार से मिलता है लेकिन इनके पाठ्यक्रम समान रहता है।NCVT से करने पर आपको ज्यादा फायदा मिल सकता है क्योंकि कई ऐसे संस्था है जहां से अप्रेंटिसशिप करने के लिए NCVT को वरीयता देते है लेकिन दोनों की वैल्यू समान होता है।
इलेक्ट्रीशियन ट्रेड के
पाठ्यक्रम
इलेक्ट्रीशियन ट्रेड में कुल 5 क़िताब पढने को मिलता है।1- Electrician trade Theory
2- Electrician practical
3- Workshop calculation
4-Engineering drawing
5- Employability Skill
ट्रेड थ्योरी के प्रमुख टॉपिक
* Safety and First Aid
*Trade tools
*Fundamental of electricity
*Solder,flux soldering, register
* Conductor wire, Cable , Voltage grid
* Ohm's law, Kirchaff's law
*Batteries and Cells
* Electrical accessories
* Chemical effect of electrical current
* Resistance, Magnetism
* Electric Wiring and Wiring systems
* Earthing
* AC and DC current
* Transformer
* AC motor,DC motor, Alternator
* Measuring electricity(units and instruments)
* Light and light effects
* Inverter and converter
* Digital electronic
इलेक्ट्रीशियन प्रैक्टिकल भी इन्ही उपरोक्त टॉपिक का कराया जाता है।
वर्कशॉप कैलकुलेशन और साइंस के टॉपिक
Workshop calculation
*वैज्ञानिक कैलकुलेटर और उनका प्रयोग
*संख्या पद्धिति
*बीजगणित
*क्षेत्रमिति
*त्रिकोणमिति
*अनुमान लागत
*लाभ हानि
*साधारण और चक्रबृद्धि ब्याज
Workshop science
*पदार्थो के विशिष्ट गुण ( ठोस, द्रव, गैस)
*अणु, परमाणु
*ऊष्मा, बल,घर्षण
*रेक्टिफायर, गुरुत्व बल
*चुम्बकत्व, दबाव ,वायुमंडलीय दबाव
*गेज दबाव
*इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग समाग्री
इंजिनीरिंग ड्राइंग के प्रमुख टॉपिक
* Electrical wiring and earthing
* Alternating Current
* DC machine
* Transformer
* Three phase induction motor
* Alternator winding
* Control panel, Domestic Appliances
* Distribution of power
एम्प्लॉयबिलिटी स्किल्स के प्रमुख टॉपिक
* pronounciation
* Functional Grammar
* Reading, writing, speaking, spoken english
* Computer
* Computer operating system
* Computer networking
* Word processing and worksheets
* Internet
ऊपर इलेक्ट्रीशियन ट्रेड के लगभग सभी syllubus को पूरा किया गया है ।
इलेक्ट्रीशियन ट्रेड में ---
1- घरेलू और औद्योगिक वायरिंग करना सिखाया जाता है।
2- इलेक्ट्रिक बोर्ड बनाना,उसकी मरम्मत करना सिखाया जाता है।
3- वायरिंग सम्बन्धित किसी प्रकार के दोष को चेक करने हेतु निऑन टेस्टर के प्रयोग के बारे में बताया जाता है।
3-सभी बिजली उपकरणों काअर्थिंग कनेक्शन के बारे में तथा अर्थिंग में प्रकार के बारे में बताया जाता है।
4-घरेलू उपकरण जैसे फैन,(सीलिंग,टेबल),प्रेस(स्त्री डोमेस्टिक मोटर, गीजर, बिधुत केतली आदि के रेपियरिंग ,रखरखाव के बारे में सिखाया जाता है।
5- पैनल बोर्ड तथा उसके कनेक्शन के बारे में बताया जाता है।
6-ट्रांसफॉर्मर, मोटर(AC/DC),पंखा(सीलिंग, टेबल) के बाइंडिंग के बारे में बताया जाता है।
7- वाल्टमीटर से वोल्टेज मापना सिखाया जाता है
8-अमीटर से विधुत धारा(करंट) मापन सिखया जाता है।
ओह्म मीटर से प्रतिरोध मापन सिखाया जाता था।
9-मैगर से उच्च प्रतिरोध मापना सिखाया जाता है।
(मल्टीमीटर current, वोल्टेज, प्रतिरोध तीनो को मापने में किया जाता है।
10- AC/DC मोटर ,अल्टरनेटर के बारे में बताया जाता है।
इसको भी पढ़िए-iti के फायदे, जॉब संभावनाएं, सैलरी
Electrician से
अप्रेंटिसशिप
अगर आप ITI पास आउट हो गए है ,और अप्रेंटिसशिप करने की सोच रहे है तो इंडियन रेलवे, BHEL, HAL, ISRO, NTPC,IOCL और भी बहुत सारी संस्था है जहां से आप अपप्रेंटिशिप कर सकते है,तथा स्टेपिंग के रूप में महीने का 7000-10000तक मिलता है।अगर अप्रेंटिसशिप करने के लिए सरकारी संस्था मिलता है तो आगे उसी से सम्वन्धित विभाग में सरकारी नौकरी में कुछ छूट मिल सकता है। प्राइवेट विभाग से अप्रेंटिसशिप करने से कुछ विशेष लाभ नही मिलता है। प्राइवेट कंपनियों में काम भी ज्यादा करना पड़ता है लेकिन सैलरी दोनों की लगभग समान होती है।
Electrician जॉब
अगर आप इलेक्ट्रीशियन से ITI कम्पलीट कर लेते है तो आपके लिए जॉब के कई सारे अवसर मिलते है।आप अपने योग्यता के अनुसार किसी क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकते है।आज लगभग हर कंपनी, इंडस्ट्रियल एरिया,पब्लिक सोसाइटी ,कॉलेज,होटल ,हॉस्पिटल आदि में कुशल इलेक्ट्रीशियन की काफी डिमांड रहती है।
उसमे आप एक मेंटेनेंस इलेक्ट्रीशियन, इलेक्ट्रिकल सुपरवाइजर, लैब टेक्नीशियन,इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस फोरमैन के पद पर कार्य कर सकते है।
इलेक्ट्रीशियन के लिये सरकारी
नौकरी
एक इलेक्ट्रीशियन की हर जगह काफी डिमांड रहता है,चाहे वह सरकारी सेक्टर हो या प्राइवेट। फर्क बस इतना है कि प्राइवेट जॉब आसानी से मिल जाता है लेकिन सरकारी जॉब के लिए तैयारी करनी पड़ती है।लेकिन अगर आपका इलेक्ट्रीशियन थ्योरी के साथ साथ गणित, रीजनिंग, सामान्य अध्ययनअच्छा है तोसरकारी नौकरी प्राप्त कर सकते है।
अब बात करते है कि आप ITI इलेक्ट्रीशियन से
इंडियन रेलवे, दिल्ली मेट्रो ,ISRO, DRDO, इंडियन आर्मी तथा हर राज्य के बिजली विभाग में आप सरकारी नौकरी पा सकते है।
इलेक्ट्रीशियन के लिये
स्वरोजगार
अगर आप किसी भी फील्ड में जॉब करना पसंद नही करते है तो आपके लिए स्वरोजगार एक अच्छा विकल्प साबित होगा।क्योंकि इसमें आप अपना बॉस खुद होते है तथा आप किसी दूसरे के लिए नही वल्कि अपने लिए काम करते है और जॉब से कही ज्यादा कमा सकते है।एक इलेक्ट्रीशियन के लिए स्वरोजगार के बिकल्प-
1-वह खुद का काम लेकर जैसे कि घरेलू और औद्योगिक वायरिंग कर सकता है।
2- अपना खुद का एक रिपेयरिंग दुकान खोल सकता है।
3- मोटर ,फैन तथा ट्रांसफॉर्मर के winding का कार्य कर सकता है।
4- बडे बडे 5 स्टार होटल, हाउसिंग सोसाइटी का खुद के मेंटेनेंस टीम से कार्य करवा सकता है।
विदेश में जॉब
जिस तरह इंडिया मे कुशल इलेक्ट्रीशियन का काफी डिमांड रहता है उसी प्रकार विदेशो में भी काफी डिमांड रहता है ।खासकर दुबई में इलेक्ट्रीशियन की काफी डिमांड रहता है तथा सैलरी भी इंडिया से अच्छी मिलती है ।दोस्तो आशा करता हु की यह पोस्ट आपको काफी पसंद आई होगी।अगर आपका कोई सवाल हो तो कृपया हमें कमेंट में जरूर बताए।
धन्यवाद.........
Hi
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